भारतीय चित्रकला की लघु चित्र शैली के जानकारों में ऐसा कौन होगा जो ‘बनी-ठनी’ को न जानता हो! पर वह […]
श्रीकृष्ण के कर्मयोग की प्रेम प्रेरणा हैं श्रीराधा
फोटो साभार इन्टरनेट
राधाष्टमी पर बरसाना आने से पहले जान लें यह जरूरी बातें
बरसाना का प्रसिद्ध राधा रानी मंदिर
हिन्दू प्रतिमाएं और मथुरा कला का विकास
मथुरा कला के अंतर्गत उस दौर के कारीगरों ने हिन्दू, जैन और बौद्ध तीनों ही धर्मों से सम्बंधित देव-प्रतिमाओं […]
मथुरा के सांसद चकलेश्वर सिंह
चकलेश्वर सिंह मथुरा लोकसभा क्षेत्र से 1971 में सांसद रहे थे। उन्होंने क्रांतिकारी गतिविधियों में हिस्सा लेते हुए देश की आजादी के आंदोलन में भी सहभागिता की थी।
हुमायूंनामा और गुलबदन बेगम
गुलबदन बेगम द्वारा लिखित हुमायूंनामा मुगलों के इतिहास के अध्ययन का एक प्रमुख स्रोत है। यह पुस्तक गुलबदन बेगम ने लिखी थी। गुलबदन बेगम हुमांयू की छोटी बहन थी। यह पुस्तक लंबे समय तक अज्ञात रही और बाद में प्रकाशित हुई।
भरतपुर राज्य के दरबारी कवि (भाग दो)
पिछले भाग में हमने भरतपुर राज्य के मुख्य दरबारी कवियों में से महाकवि सूदन, आचार्य सोमनाथ, कलानिधि भट्ट, शिवराम, कृष्ण […]
वैर की कहानी : भाग दो
वैर की कहानी के पिछले भाग में हमने वैर की अवस्थिति, नामकरण, जाट शासन के दौरान प्रशासनिक प्रबन्ध, दुर्ग निर्माण, […]
भरतपुर राज्य के दरबारी कवि (भाग एक)
भरतपुर दरबार ने बड़ी संख्या में कवियों और साहित्यकारों को आश्रय दिया। यहां के अधिकांश शासक साहित्यानुरागी थे। राज्य के […]
देवमाली, ऐसा गांव जहां के लोग नहीं बनाते पक्के मकान
अजमेर जिले के मसूदा ब्लॉक में एक गांव है जहां के आज के युग में भी कच्चे मकानों में रहते […]
लोकदेवता देवनारायण जी
देवनारायण राजस्थान समेत गुजरात, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक लोकप्रिय लोकदेवताओं में से एक हैं। इन्हें भगवान विष्णु का […]
ब्रज संस्कृति शोध संस्थान : एक परिचय
ब्रज संस्कृति शोध संस्थान, वृन्दावन के एक आयोजन के दौरान मंचासीन अतिथिगण।
शायर कहो नज़ीर कहो आगरे का है…
नजीर अकबराबादी! एक ऐसा शायर जिसकी रचनाएं अवाम की आवाज बुलन्द करती हैं। नजीर उस दौर के इकलौते शायर […]
बरसाना की मटकी फोड़ लीला का संदेश
राधा जी की छठी पूजन के दिन बरसाना की सांकरी खोर में परंपरागत रूप से मटकी फोड़ लीला का आयोजन […]
वैर की कहानी : भाग एक
“वैर की शोभा निराली है! चतुर्दिक वृक्ष गुल्म, अनेकों बाग, सरोवर विद्यमान हैं! चतुर्वर्ण के शूरवीर यहां निवास करते हैं! […]