देवनारायण राजस्थान समेत गुजरात, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक लोकप्रिय लोकदेवताओं में से एक हैं। इन्हें भगवान विष्णु का […]
Category: अध्यात्म
बरसाना की मटकी फोड़ लीला का संदेश
राधा जी की छठी पूजन के दिन बरसाना की सांकरी खोर में परंपरागत रूप से मटकी फोड़ लीला का आयोजन […]
लोकदेवता मेहाजी मांगलिया
मेहाजी मांगलिया पँचपीरों में से एक हैं। हिन्दू और मुसलमान दोनों ही समुदायों के लोग इनकी पूजा करते हैं। इनकी […]
दक्षिण की मीरा आंडाल की भक्ति अनुकरणीय
संपूर्ण विश्व को एकता के सूत्र में पिरोने वाला स्रोत भक्ति ही है ।भक्ति देश ही नहीं वरन विश्व में […]
भट्ट नारयण प्रगट प्रसिद्ध पृथ्वी में जाने!
ब्रज राधा कृष्ण की अनूठी प्रेम भक्ति का पावन तीर्थ है! कृष्ण काल के बाद ब्रज में राधा कृष्ण की […]
लोकदेवता हड़बूजी सांखला
लोकदेवता हड़बूजी सांखला पंचपीरों में से एक हैं। ये शकुन शास्त्र के ज्ञाता थे। ये रामदेवजी के समकालीन थे और […]
लोकदेवता पाबूजी राठौड़
लोकदेवता पाबूजी राठौड़ लक्ष्मण के अवतार माने जाते हैं। ये राठौड़ वंश के राजपूत थे और मारवाड़ रियासत के पहले […]
लोकदेवता जाहरवीर गोगाजी
लोकदेवता गोगाजी राजस्थान के प्रमुख लोकदेवताओं में से एक हैं। ये पँचपीरों में भी शामिल हैं। हिन्दू और मुसलमान दोनों […]
लोकदेवता रामदेव जी
रामदेव जी राजस्थान के लोकदेवता हैं। ये राजस्थान के अग्रणी लोकदेवताओं में गिने जाते हैं। इनकी ख्याति दूर-दूर तक है। […]
नारद कुंड, जहां है नारद जी का एकमात्र मन्दिर
गोवर्धन की परिक्रमा में सैकड़ों दर्शनीय स्थल हैं। इनमें से ज्यादातर पौराणिक महत्त्व के हैं। जानकारी के अभाव में लोग […]
मानगढ़, जहां कृष्ण से रूठकर जा बैठीं थीं राधा रानी
जैसा कि हम जानते हैं कि बरसाना में स्थित पहाड़ी को ब्रह्मांचल नाम दिया गया है। मान्यता है कि ब्रह्माजी […]
सांझी लोक परम्परा से देवालयी परम्परा बनी
सांझी मूलतः एक लोक परम्परा है। यह कनागतों में उत्तर भारत के तमाम स्थानों पर किशोरियों द्वारा गोबर, फूल, पत्ती, […]
नंदा देवी की लोकयात्रा
नंदा देवी की महत्ता मान्यता है कि नंदा देवी गढ़वाल के राजाओं के साथ-साथ कुँमाऊ के कत्युरी राजवंश की ईष्टदेवी […]
गोवर्धन में मानसी गंगा की परिक्रमा
गोवर्धन ब्रजमंडल का एक महत्वपूर्ण स्थान है। यहां के गिरिराज पर्वत को ही श्रीकृष्ण ने अपनी उंगली पर उठाया था। […]
महात्मा सूरदास की समाधि के दर्शन
श्रीनाथ जी के मन्दिर के मुख्य कीर्तनकार नियुक्त किये जाने के बाद से सूरदास हर दिन एक पद रचकर उन्हें […]