भरतपुर की कहानी : भाग पांच (थून की गढ़ी का निर्माण और चूरामन की शक्ति का विस्तार)

पिछले भागों में हमने ब्रजमंडल के किसानों की स्वाधीनता की प्रवृत्ति से उपजे मुगल सत्ता के विरोध के प्रमुख नायक […]

भरतपुर की कहानी : भाग चार (शहजादा बेदारबख्त का अभियान और सिनसिनी की गढ़ी का पतन)

पिछले भागों में हमने ब्रजमंडल के किसानों की स्वाधीनता की प्रवृत्ति से उपजे मुगल सत्ता के विरोध के प्रमुख नायक […]

भरतपुर की कहानी भाग तीन (राजाराम ने अकबर की कब्र खोद कर अस्थियां जला दीं)

पिछले अंकों में हमने जाना कि किस तरह शाहजहाँ के शासनकाल में उसकी हिन्दू विरोधी नीतियों के कारण ब्रजमंडल के […]

मथुरा शहर का एक ऐतिहासिक कुआं : सप्तसमुद्री कूप

लक्ष्मीनारायण तिवारी (वरिष्ठ इतिहासकार) पिछले दिनों मैं जब राजकीय संग्रहालय , मथुरा के परिसर में दोपहर के वक्त खड़ा गुनगुनी […]

रेडक्लिफ ने गुरदासपुर भारत को देकर खोल दिया कश्मीर का रास्ता

आज की कहानी है एक ऐसे अंग्रेज की है जिसने कागज के नक्शे पर लकीर खींच कर भारत और पाकिस्तान […]

भरतपुर की कहानी भाग दो (ब्रज को दासता से मुक्त कराने को बलिदान हो गया गोकुला)

पिछले अंक में हमने जाना कि किस तरह आगरा से दिल्ली के मध्य की भूमि पर जाट किसानों ने अपनी […]

भरतपुर की कहानी : भाग एक (शाहजहां की नीतियों के विरोध में बागी हो गया ब्रज क्षेत्र)

कहने को तो इस लेखमाला को भरतपुर की कहानी का नाम दिया गया है पर इसकी शुरुआत भरतपुर नगर और […]

महाराजा सूरजमल की सबसे पहली राजधानी डीग का इतिहास और भवन विन्यास

राजस्थान के भरतपुर जिले में स्थित डीग वह नगर है जहां से महाराजा बदनसिंह ने एक छोटी सी राजनीतिक शुरुआत […]

हिन्दू प्रतिमाएं और मथुरा कला का विकास

  मथुरा कला के अंतर्गत उस दौर के कारीगरों ने हिन्दू, जैन और बौद्ध तीनों ही धर्मों से सम्बंधित देव-प्रतिमाओं […]

हुमायूंनामा और गुलबदन बेगम

गुलबदन बेगम द्वारा लिखित हुमायूंनामा मुगलों के इतिहास के अध्ययन का एक प्रमुख स्रोत है। यह पुस्तक गुलबदन बेगम ने लिखी थी। गुलबदन बेगम हुमांयू की छोटी बहन थी। यह पुस्तक लंबे समय तक अज्ञात रही और बाद में प्रकाशित हुई।

वैर की कहानी : भाग दो

वैर की कहानी के पिछले भाग में हमने वैर की अवस्थिति, नामकरण, जाट शासन के दौरान प्रशासनिक प्रबन्ध, दुर्ग निर्माण, […]

वैर की कहानी : भाग एक

“वैर की शोभा निराली है! चतुर्दिक वृक्ष गुल्म, अनेकों बाग, सरोवर विद्यमान हैं! चतुर्वर्ण के शूरवीर यहां निवास करते हैं! […]

बयाना का इतिहास

बयाना एक अत्यंत प्राचीन स्थान है जो हमेशा से अपना खासा ऐतिहासिक महत्त्व रखता है। यह उन चुनिंदा स्थानों में […]

तिलपत का इतिहास और गोकला का विद्रोह

मुगल सत्ता के खिलाफ ब्रज क्षेत्र के किसानों का नेतृत्व करते हुए अपने जीवन को बलिदान करने वाले वीर गोकला […]

अवध के नवाब की पथैना में पराजय

स्थान और समय यह किस्सा 1777 ईस्वी का ऋतु बसन्त की रही होगी। अंग्रेजी महीनों में हिसाब लगाएं तो फरवरी-मार्च […]

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