स्वामी हरिदास जी ने किया था अनुपम और अलौलिक रसमयी नित्यविहारोपासना के सिद्धांत का प्रतिपादन

स्वामी हरिदास जी की जयंती पर विशेष गोपाल शरण शर्मा “रसिकगोपाल” भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को जहां वृषभानु सुता […]

राधा के प्रेम ने ब्रज के गोपाल को बनाया श्रीकृष्ण

राधाष्टमी पर विशेष विवेक दत्त मथुरिया ब्रज श्रीराधा के नाम से नारी सशक्तिकरण का सर्वोच्च केंद्र हैं। यहां स्त्री की […]

एक ने किया सच्चा प्यार और दूसरे ने किया टाइम पास

कहानी पायल कटियार रीना की मां ने रीना से पूछा- क्या हुआ विकास का कोई जवाब मिला?  रीना- नहीं मां […]

Notes on a discussion held during march on a theoretical problem regarding the choice between classical and vernacular sources

Amandeep Vashisth [Part one] [ A discussion took place among : myself, Dr Swati Goel and Sh. Laxmi Narayan Tiwari […]

ननद भाभी के रिश्ते की समझ

कहानी पायल कटियार गर्मी की छुट्टियां शुरू होने वाली थीं। वर्षा हर साल की तरह इस बार भी गर्मी की […]

सपना – एक महिला के अंतहीन संघर्ष की गाथा

कहानी पायल कटियार कभी कभी जिंदगी वह सब करने के लिए मजबूर कर देती है जिसे मनुष्य करना नहीं चाहता […]

पुत्रमोह में पागल एक दंपति का दर्द

कहानी  पायल कटियार  (पुत्र के मोह में उसकी गलतियों को नज़रंदाज करने वाले माता-पिता को अंत में पछतावे के सिवा […]

काला धन (नोटबंदी का भुगता खामियाजा)

कहानी पायल कटियार कमला अपने पैसों को किसी डिब्बे में तो किसी अलमारी के बिछे कागजों के नीचे तो कभी […]

ठेल की किस्मत (एक सब्जी विक्रेता के संघर्ष की दास्तान)

कहानी पायल कटियार दीनू सब्जी की ठेल वाले ने अवाज लगाई- आलू, प्याज टमाटर गोभी, पत्ता गोभी, हरी मटर, हरी-हरी […]

वृन्दावनस्थ वानरों से संवाद – अमनदीप वशिष्ठ

कुछ महीने पहले जब वृन्दावन जाना हुआ था तो यमुना किनारे एक बंदर ने चश्मा छीन लिया। फ्रूटी देने की […]

ब्रज की वर्त्तमान आतंरिक गतिकी – एक बाहरी अध्येता के नोट्स

अमनदीप वशिष्ठ ब्रज में पिछले कुछ समय से एक संश्लिष्ट वैचारिक मंथन चल रहा है। इस वैचारिक मंथन का स्वरूप […]

जीवन की नई शुरुआत

कहानी पायल कटियार  पूजा संगीता के लिए फिक्रमंद थी मगर संगीता को पूजा की कही एक-एक बात सुई की तरह […]

ब्रज संबंधित तीन शोध पत्र : व्याख्यानों पर मनन अनुचिंतन

अमनदीप वशिष्ठ पिछले दिनों श्रीरंगम में वैष्णव धारा पर एक संगोष्ठी हुई जिसमें बहुत विद्वानों ने भाग लिया। उनमें तीन […]

वक्त कहां किसी की सुनने को

कहानी पायल कटियार मैं प्रतिदिन की भांति अपने ऑफिस से घर के लिए जा रही थी। इस बीच जैसा मेरी […]

सपनों का आशियाना

कहानी पायल कटियार पूजा अपने घर में दो भाईयों के बीच अकेली बहन थी। उसके पिता एक कपड़ा व्यापारी थे। […]

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