हेमन्ते प्रथम मासि नन्दव्रज कुमारिकाः

शाक्तोपासना है अत्यंत प्राचीन गोपाल शरण शर्मा (साहित्यकार) श्री धाम वृन्दावन अध्यात्म और भक्ति का ऐसा स्थल है जहाँ विभिन्न संप्रदायों के अनुयाई अपनी अपनी […]

षष्ठीपूर्ति प्रसंग पर आत्‍मीय संस्‍मरण

प्रसिद्ध विद्वान श्रीकृष्ण जुगनू के जन्मदिन पर विशेष शैरिल शर्मा डॉ. श्रीकृष्णकांत चौहान, जिन्हें पूरे देश में डॉ. श्रीकृष्ण ‘जुगनू’ के नाम से जाना जाता […]

हिंदी-साहित्य का राजहंस: डॉ. रांगेय राघव

डॉ. धर्मराज हिन्दी साहित्य के दिव्य धरातल पर जिसकी आभा के आगे बड़े से बड़े धूमकेतु व ध्रुव जैसे नक्षत्रों का प्रकाश बेदम व बेहद […]

‘अर्थात्’ का अर्थ संधान (पुस्तक समीक्षा)

अमनदीप वशिष्ठ अमिताभ चौधरी का काव्य संग्रह ‘अर्थात्’ मूलतः पोएट्री होते हुए भी शिल्प में ‘ट्रैक्टेटस’ की याद दिलाता है। मितकथन और घनत्व उसी तरह […]

मथुरा का गांधी — कन्हैया लाल गुप्त

एक किस्सा नायाब अशोक बंसल मथुरा में जोर-जुल्म की आपातकालीन हुकुमत को जबर्दस्त टक्कर देने वाले कन्हैयालाल गुप्त वृन्दावन की एक गली में रहे और […]

समाजसेवा के बाहरी आवरण के पीछे एक हृदयहीन औरत की असलियत

हिंदी कहानी पायल कटियार समाज सेविका सावित्री देवी की शहर में अच्छी खासी पहचान थी। शहर के तमाम छोटे-बड़े कार्यक्रमों में उन्हें मुख्य अतिथि के […]

आखिर किसने की थी उस सात साल की मासूम लड़की की हत्या

कहानी पायल कटियार रंगबिरंगी साड़ी पहने और काले दुपट्टे से अपना फेस कवर किये हुए करीब 35 वर्ष उम्र की उस महिला को पुलिस की […]

तर्पण (जीते जी भर पेट खाने को तरसती मां के मृत्यु भोज में किया लाखों का खर्चा)

कहानी पायल कटियार आज दादी का श्राद्ध है कहते हुए सुबह से ही उसकी मां ने घर के सभी सदस्यों को जल्दी उठा दिया। श्राद्ध […]

टिफिन (पेट भरने के लिये जूठन खाने को मजबूर एक वृद्धा की करुण कहानी)

कहानी पायल कटियार रागिनी को बड़ा ताज्जुब हो रहा था कि किट्टू (उसका बेटा) अब अपना पूरा लंच फिनिश कर लेता है। पहले तो रोज […]

दानलीला का निहितार्थ:-ब्रज सम्पत्ति का संरक्षण और रस संवर्धन

यामिनी कौशिक श्री कृष्ण लीला में जो रस संचरण हुआ है वह दान लीला के कारण हुआ है। प्राय: जैसा कि कहा जाता है कि […]

स्वामी हरिदास जी ने किया था अनुपम और अलौलिक रसमयी नित्यविहारोपासना के सिद्धांत का प्रतिपादन

स्वामी हरिदास जी की जयंती पर विशेष गोपाल शरण शर्मा “रसिकगोपाल” भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को जहां वृषभानु सुता की लाडली श्रीराधारानी का प्राकट्य […]

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