भरतपुर जिले से होकर बहने वाली कुकुन्द नदी का प्रवाह रोककर भरतपुर के शासकों ने एक बांध का निर्माण अंग्रेजों के समय पर कराया था। […]
Tag: भरतपुर
भरतपुर राज्य के दरबारी कवि (भाग दो)
पिछले भाग में हमने भरतपुर राज्य के मुख्य दरबारी कवियों में से महाकवि सूदन, आचार्य सोमनाथ, कलानिधि भट्ट, शिवराम, कृष्ण कवि, अखैराम, भोलानाथ शुक्ल आदि […]
वैर की कहानी : भाग एक
“वैर की शोभा निराली है! चतुर्दिक वृक्ष गुल्म, अनेकों बाग, सरोवर विद्यमान हैं! चतुर्वर्ण के शूरवीर यहां निवास करते हैं! विशाल महल तथा गढ़ सौंदर्य […]
अवध के नवाब की पथैना में पराजय
स्थान और समय यह किस्सा 1777 ईस्वी का ऋतु बसन्त की रही होगी। अंग्रेजी महीनों में हिसाब लगाएं तो फरवरी-मार्च का समय था। जगह है […]
मथुरा की कहानी भाग बीस
पूर्व कथा पिछले भागों में हम यदुवंश, श्रीकृष्ण की कथा, महाजनपदकाल, मौर्य साम्राज्य, शुंगवंश, मथुरा के मित्रवंश, मथुरा के शक, दत्त, कुषाण, नाग, गुप्त वंश, […]
मथुरा की कहानी भाग उन्नीस
पूर्व कथा पिछले भागों में हम यदुवंश, श्रीकृष्ण की कथा, महाजनपदकाल, मौर्य साम्राज्य, शुंगवंश, मथुरा के मित्रवंश, मथुरा के शक, दत्त, कुषाण, नाग, गुप्त वंश, […]
मथुरा की कहानी भाग सोलह
पूर्व कथा पिछले भागों में हम यदुवंश, श्रीकृष्ण की कथा, महाजनपदकाल, मौर्य साम्राज्य, शुंगवंश, मथुरा के मित्रवंश, मथुरा के शक, दत्त, कुषाण, नाग, गुप्त वंश, […]
भरतपुर के राजाओं के शानदार हमाम
हमाम यानी स्नानघर। दुनिया में हमाम हजारों वर्ष पहले से प्रचलन में हैं। सिंधु घाटी की हड़प्प सभ्यता की खुदाई में मोहन जोदड़ो स्थान पर […]
भरतपुर के राजा सूरजमल का लोहागढ़ किला
महाराजा सूरजमल को अपने किलों की मजबूती पर बड़ा नाज था। हो भी क्यों न? इन किलों ने समय आने पर अपनी मजबूती को साबित […]
सूरजमल की महारानी किशोरी का महल
भरतपुर के किले का नाम लोहागढ़ है। महाराजा सूरजमल के बनवाये इस महल का मुख्य भाग है किशोरी महल। किशोरी महल महारानी किशोरी का निवास […]
सूरजमल की शान का प्रतीक कुम्हेर का किला
कुम्हेर का किला महाराजा सूरजमल की फौलादी शक्ति का जीता जागता प्रमाण है। इस किले ने अपनी मजबूती और अजेयता हर बार साबित की थी। […]
भरतपुर के किले का जवाहर बुर्ज
भरतपुर के किले का नाम लोहागढ़ है। इस किले की बाहरी रक्षा दीवार पर आठ बुर्ज हैं। इन बुर्जों में सबसे अधिक प्रसिद्ध जवाहर बुर्ज […]
ब्रज में भी विराजते हैं बाबा केदारनाथ
वयोवृद्ध नंदबाबा और यशोदा मैया ने जब चारों धामों की यात्रा करने का निर्णय किया तो श्रीकृष्ण ने उन्हें इस मुश्किल यात्रा पर भेजने से […]
कुसुम सरोवर और सूरजमल की छतरी
गोवर्धन की सप्तकोसी परिक्रमा के बारे में तो आपने सुना ही होगा। यह सात कोस (21 किमी) की दूरी है जिसे भक्त नंगे पैर चलकर […]
रूपराम कटारा बरसाना
बरसाना के प्रमुख इतिहास पुरुषों में से एक रूपराम कटारा बरसाना के प्रमुख इतिहास पुरुषों में से एक थे। रूपराम कटारा, श्रीलालजी टांटिया ठाकुर, लवानियां, […]