गोपाल शरण शर्मा (साहित्यकार) ब्रज संस्कृति आस्था,समर्पण और समन्वय की संस्कृति है। यह संस्कृति त्याग, वैराग्य की नही प्रेम-अनुराग और जीवन के समस्त रसों से […]
Author: Yogendra Singh Chhonkar
जब ब्रजमंडल झूम उठता है बुन्देलखण्ड के ‘दीवाली’ नृत्य पर
झूमर का होता है विशेष आकर्षण ब्रज संस्कृति शोध संस्थान की कार्तिक मास अभिलेखीकरण परियोजना में किया गया सर्वेक्षण गोपाल शरण शर्मा प्रकाशन अधिकारी, ब्रज […]
अँधेरे में लोकतंत्र : आपातकाल का साहित्यिक दस्तावेज़- डॉ. धर्मराज
भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में आपातकाल वह कालखंड है, जिसे अंधकार, दमन और भय का पर्याय माना जाता है। यह केवल एक राजनीतिक निर्णय नहीं […]
वृंदावन का मां धाम आश्रम और उसकी संस्थापक मोहिनी गिरी की कहानी
डॉ. अशोक बंसल, वरिष्ठ पत्रकार प्रसिद्ध क्रांतिकारी व लेखक लाला हरदयाल ने अपने लेख ‘निजी सेवा’ में लिखा है कि ‘कोई भी राजनैतिक व्यवस्था समाज […]
पति की मृत्यु की तैयारी
हिंदी कहानी पायल कटियार (हिंदी लेखिका) सावित्री अपने पति को मृत्यु के मुंह से छीनकर निकाल लाती है। यमराज उससे हार जाते हैं और उसके […]
बसौ मेरे नैनन में नंदलाल
मीरांबाई की 525 वीं जयंती पर विशेष गोपाल शरण शर्मा (साहित्यकार) रसमूर्ति भगवान श्रीकृष्ण के प्रेम- रस की एक बूंद प्राप्ति के लिए जहां साधक […]
गोपियों के कृष्ण के प्रति प्रेम का प्रतिफल है-महारास
रासोत्सव: सम्प्रवृत्तो गोपीमण्डल मण्डित:। योगेश्वर कृष्णेन तासां मध्ये द्वयोद्वयो: प्रविष्टेन गृहितानां काण्ठे स्वनिकटं स्त्रियः।। गोपाल शरण शर्मा गोपियां भगवान श्रीकृष्ण की अनन्यतम भक्त है। भक्ति […]
हेमन्ते प्रथम मासि नन्दव्रज कुमारिकाः
शाक्तोपासना है अत्यंत प्राचीन गोपाल शरण शर्मा (साहित्यकार) श्री धाम वृन्दावन अध्यात्म और भक्ति का ऐसा स्थल है जहाँ विभिन्न संप्रदायों के अनुयाई अपनी अपनी […]
षष्ठीपूर्ति प्रसंग पर आत्मीय संस्मरण
प्रसिद्ध विद्वान श्रीकृष्ण जुगनू के जन्मदिन पर विशेष शैरिल शर्मा डॉ. श्रीकृष्णकांत चौहान, जिन्हें पूरे देश में डॉ. श्रीकृष्ण ‘जुगनू’ के नाम से जाना जाता […]
अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रिंस ऑफ वेल्स ने किया था सांझी कला का अवलोकन
पितृ पक्ष में बनाई जाने वाली सांझी वैसे तो उत्तर भारत में अधिकांश स्थानों देखने को मिलती है पर उसका मूल ब्रज ही है। सोलहवीं […]
सादाबाद जिले का मुख्यालय मथुरा में लाया गया और अस्तित्व में आया वर्तमान मथुरा जिला
जलेसर के परगने के बदले मथुरा को मिले फरह के 84 गांव गुड़गांव को दिया भिडुकी गांव, बदले में मथुरा को मिला खरौट का गांव […]
कहानी बयाना निधि की! बयाना के इतिहास की सबसे महत्त्वपूर्ण कड़ी!
क्या आप जानते हैं कि भरतपुर जिले की बयाना तहसील के पास एक गांव से गुप्तकालीन सोने के सिक्कों का एक ऐसा भंडार मिला था […]
हिंदी-साहित्य का राजहंस: डॉ. रांगेय राघव
डॉ. धर्मराज हिन्दी साहित्य के दिव्य धरातल पर जिसकी आभा के आगे बड़े से बड़े धूमकेतु व ध्रुव जैसे नक्षत्रों का प्रकाश बेदम व बेहद […]
रामजी दास गुप्ता: मथुरा के एक महान स्वतंत्रता सेनानी जिन्हें भुला दिया गया
डॉ. अशोक बंसल (वरिष्ठ पत्रकार) स्वतंत्रता दिवस की आहट जैसे ही होती है, हम अपने बहादुर सैनानियों का स्मरण करने लगते हैं। अनेक सैनानी बहुचर्चित […]
मथुरा में गुमनामी रहे – विप्लवी विजयसिंह ‘पथिक’
डॉ. अशोक बंसल (लेखक एवं वरिष्ठ पत्रकार) विजय सिंह ‘पथिक’ विस्मृति के गर्त में दबा हुआ वह नाम है, जिससे राजस्थान के राजा-महाराजा भय और […]
