Site icon हिस्ट्री पंडित

दो खामोश आंखें -33

योगेन्द्र सिंह छोंकर 
घर कहाँ
मंदिर के सामने
मंदिर कहाँ
घर के सामने
दोनों कहाँ
आमने सामने
कुछ बता कर नहीं देती हैं
दो खामोश आँखें
Exit mobile version